रेलवे स्टेशन, नुक्कड़, सड़क किनारे खड़े रिक्शा व पार्क बना नशेडिय़ों का अड्डा
ड्रग्स की वजह से युवा नस्ल खराब होने लगी है l जिले में इन दिनों अधिकांश युवाओं के नस नस मेंड्रग्स का नशा भरा है। जो अपने जरूरत को पूरी करने के लिए किसी तरह की गैरकानूनी घटना को अंजाम दे देते हैं चोरी और सेंधमारी जैसे अन्य प्रकार के अपराध में वृद्धि हो रही है।15 से 25 वर्ष के युवाओं में इस पदार्थ का सेवन अधिक हो रहा है।
पुलिस की संवेदनहीनता से अब शहर व गांवों खुलेआम ड्रग्स उपलब्ध भी हो जा रहा है। जिसे बेच तस्कर भी मालामाल हो रहे हैं और पुलिस चुप बैठी है। आम नागरिक डर के कारण शिकायत नहीं करते l और कोई करता भी है तो पुलिस सिर्फ हवा हवाई कार्रवाई कर फिर शांत बैठ जाती है । इससे ऐसा क्यों न समझा जाए कि पुलिस की मिलीभगत से ही जिले में नशे का कारोबार फल फूल रहा है?
वास्तव में नशा करने वालों से ज्यादा आवश्यक है नशा बेचने वालों पर लगाम लगाना। नशा तस्करों पर लगाम लगाने से ही नशे का जंजाल खत्म होग
पठाणवाड़ी में नशे के खात्मे को लेकर चलाई गई मुहिम के तहत ‘एमएनटी न्यूज’ के रिपोर्टर श्री निसार शेख ने पठानवाड़ी यंग ब्रिगेड ( PYB) NGO के अध्यक्ष श्री महफूज़ अहमद से बातचीत की जिन्होंने पठानवाड़ी ड्रग्स फ्री के तहत रैली भी निकली थी l और उन्होंने हमें बताया अभी हाल ही में उन्होंने ड्रग नशेडियॉन के खिलाफ करवाई करने के लिए कुरार पुलिस स्टेशन में आवेदन पत्र सौंपा है l
मलाड पूर्व पठानवाड़ी यंग ब्रिगेड एनजीओ के पास वहां के आवासीय लोगो की शिक़ायत आई है l पठानवाड़ी गोल्ड व्यायामशाला के आस-पास के क्षेत्र , पप्पू भाई की वाड़ी, व कोकणी पाडा सुविधा हॉस्पिटल के सामने और वहां सड़क किनारे खड़ी हुई ऑटो रिक्शा के अंदर बैठ कर ये लोग नशा करते हैं l उस रास्ते से आने-जाने वाले लोगों और स्कूल के छात्र-छात्राओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
कुरार पुलिस से निवेदन है बताई हुई क्षेत्रों मैं और आसपास पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाएं। जीरो टॉलरेंस के साथ कठोर कार्रवाई करते हुए कुरार के हर क्षेत्र को ड्रग माफिया से मुक्त कराने की कार्यवाही हो। ड्रग माफिया पर कार्रवाई के साथ-साथ हमें प्रदेश के उज्ज्वल भविष्य के लिए युवाओं को नशे की लत से दूर रखने के लिए भी प्रयास करना होगा।
ड्रग्स की वजह से युवा नस्ल खराब होने लगी है। नशे को रोकने के लिए पुलिस को हरेक राज्य में मुहिम चलानी चाहिए। इसमें जरूरी है कि नशे से जुड़े तस्करों को पकड़ा जाए। महत्वपूर्ण यह है कि देश में नशा लाने वालों पर रोकथाम लगाई जाए, जिसके लिए सभी सुरक्षा एजेंसियों को सक्रियता से काम करना होगा।
इस नशे के कारोबार की रीढ़ तोड़ने के लिए पुलिस को हर जगह, हर प्रदेश में छापामार कार्रवाई करते हुए इसकी जड़ों तक पहुंचना होगा।
यदि पुलिस की ओर से अभी इस प्रकरण पर देशभर में कार्रवाई की गई और जिम्मेदारों को सलाखों के पीछे भेजा गया तो इसका असर होगा। ड्रग्स के केस कम होंगे। इसलिए कार्रवाई कड़ी होनी चाहिए।
नशा खत्म करने के लिए पुलिस प्रयास कर रही है। हमारा भी कर्तव्य है कि नशे को जड़ से खत्म करने में योगदान दें।